आईसीएमआर-एनआईआईएच ने भारत की पहली राष्ट्रीय दुर्लभ रक्तदाता रजिस्ट्री की शुरुआत की है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य उन मरीजों की मदद करना है जिनके रक्त समूह असामान्य होते हैं। ऐसे रक्त समूह वाले लोगों को रक्त की आवश्यकता होने पर अक्सर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, विशेष रूप से थैलेसीमिया और सिकल सेल रोग जैसी स्थितियों से ग्रस्त मरीजों को।
इस रजिस्ट्री के माध्यम से दुर्लभ रक्त समूह वाले दाताओं की पहचान और उनके संपर्क की जानकारी एकत्र की जाएगी। इसका लाभ यह होगा कि जरूरतमंद मरीजों को समय पर उचित रक्त मिल सकेगा। इस पहल से न केवल मरीजों की जान बचाई जा सकेगी, बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में शोध कार्यों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
आईसीएमआर-एनआईआईएच की यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल रक्तदान की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी, बल्कि समुदाय में जागरूकता भी बढ़ेगी। यह रजिस्ट्री देशभर के अस्पतालों और रक्त बैंकों के साथ मिलकर काम करेगी, जिससे भविष्य में दुर्लभ रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
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