**ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ 'इंसररेक्शन एक्ट' लागू करने पर विचार की बात कही**
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बयान में कहा कि वह प्रदर्शनों के जवाब में 'इंसररेक्शन एक्ट' के उपयोग पर विचार कर सकते हैं। यह अधिनियम सरकार को विशेष परिस्थितियों में सैन्य बल का उपयोग करने की अनुमति देता है। ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब अमेरिका में विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं और इस पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच तीव्र बहस छिड़ी हुई है।
ट्रंप के इस बयान ने अमेरिका की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि 'इंसररेक्शन एक्ट' का उपयोग केवल गंभीर हालातों में ही किया जाना चाहिए, क्योंकि यह नागरिक स्वतंत्रताओं पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। ट्रंप के अनुसार, यह कदम तब उठाया जा सकता है जब सरकार को लगता है कि प्रदर्शन कानून और व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।
इस मुद्दे पर ट्रंप के बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं। कई नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया है, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि ऐसी स्थिति में सरकार को कठोर कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है। इस बीच, जनता की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि ट्रंप की इस घोषणा के बाद राजनीतिक परिदृश्य किस दिशा में आगे बढ़ेगा।
Authored by Next24 Hindi