रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिक्स देशों के बीच राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने इस पहल के माध्यम से एक स्वतंत्र निपटान और जमा प्रणाली की स्थापना के लाभों पर प्रकाश डाला। पुतिन का मानना है कि इससे ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक सहयोग में मजबूती आएगी और वैश्विक वित्तीय प्रणाली पर निर्भरता कम होगी।
पुतिन ने कहा कि वर्तमान वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में बदलाव की आवश्यकता है, जहां ब्रिक्स देश अपनी आर्थिक नीतियों को स्वतंत्र रूप से संचालित कर सकें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रीय मुद्राओं का बढ़ता उपयोग व्यापार और निवेश में स्थिरता लाएगा और इससे देशों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। यह कदम ब्रिक्स देशों को बाहरी आर्थिक दबावों से भी बचाएगा।
ब्रिक्स समूह में ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, जो विश्व की प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाएं हैं। पुतिन का यह प्रस्ताव इन देशों को एकजुट होकर वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस दिशा में उठाए गए कदम अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था में संतुलन स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
Authored by Next24 Hindi