**भाषा विवाद के बीच, आरएसएस ने कहा सभी भारतीय भाषाएं राष्ट्रभाषाएं हैं**
नई दिल्ली: भाषा विवाद के माहौल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने स्पष्ट किया है कि सभी भारतीय भाषाएं राष्ट्रभाषाएं हैं। संघ ने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक भाषा का सम्मान होना चाहिए और यह हमारे सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है। इस बयान के माध्यम से आरएसएस ने विभिन्न भाषाओं के प्रति सम्मान और समर्पण का संदेश दिया है।
आरएसएस ने शिक्षा के क्षेत्र में मातृभाषा के महत्व को भी रेखांकित किया। उनका कहना है कि प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा में होने से बच्चों की समझ और ज्ञान में वृद्धि होती है। यह विचार ऐसे समय में आया है जब हिंदी को थोपने के प्रयासों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। संघ का यह दृष्टिकोण इस मुद्दे को संतुलित करने का प्रयास करता है।
देश में भाषा को लेकर चल रही बहस के बीच, आरएसएस का यह बयान महत्वपूर्ण है। यह बयान भाषाई विविधता के प्रति सम्मान और एकता का संदेश देता है। संघ ने सभी भाषाओं के बीच समानता और सम्मान की भावना को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया है। इस प्रकार, आरएसएस ने भाषा के मसले पर एक समावेशी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है।
Authored by Next24 Hindi