महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में 802 किलोमीटर लंबे शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे को मंजूरी दी है। यह एक्सप्रेसवे कोल्हापुर की महालक्ष्मी, धाराशिव की तुलजा भवानी और गोवा की पत्रादेवी जैसे तीन प्रमुख शक्तिपीठों से होकर गुजरेगा। परियोजना का उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और इन पवित्र स्थलों तक पहुंच को सरल बनाना है, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में आसानी हो।
शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे के माध्यम से दो प्रमुख ज्योतिर्लिंगों तक भी सीधी पहुंच मिलेगी। इससे न केवल धार्मिक यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। इस पहल से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होने की संभावना है, जो कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के विकास में सहायक होगी।
सरकार का मानना है कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यातायात की सुगमता में सुधार होगा और यात्रा का समय भी कम होगा। यह परियोजना न केवल धार्मिक महत्व की है, बल्कि यह परिवहन के बुनियादी ढांचे को भी सुदृढ़ करेगी। इसके अलावा, इस एक्सप्रेसवे के कारण पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
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