शीर्षक: "लॉस एंजेलेस में ट्रंप ने किया सैन्य बल के उपयोग का आह्वान"
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से चर्चा में आते हुए लॉस एंजेलेस में चल रहे विरोध प्रदर्शनों पर सैन्य बल के उपयोग का आह्वान किया है। यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने अपने विरोधियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की बात की हो। उनके कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने कई बार अपने नीतियों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को दबाने के लिए सेना के इस्तेमाल की बात कही थी।
लॉस एंजेलेस में हो रहे ये प्रदर्शन ट्रंप की नीतियों और उनके राष्ट्रपति काल के दौरान लिए गए निर्णयों के खिलाफ हैं। प्रदर्शनकारियों का मानना है कि ट्रंप की नीतियाँ समाज के विभिन्न वर्गों के लिए हानिकारक हैं और उनके अधिकारों का हनन करती हैं। ऐसे में ट्रंप का सैन्य बल के उपयोग का आह्वान स्थिति को और जटिल बना सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सैन्य बल का उपयोग करने की धमकी से नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों पर गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं। इस तरह की कार्रवाइयों से न केवल अमेरिका में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकतांत्रिक मूल्यों पर असर पड़ सकता है। ट्रंप के इस बयान ने एक बार फिर अमेरिकी राजनीति में खलबली मचा दी है और आगे की स्थिति पर सभी की नजरें टिकी हैं।
Authored by Next24 Hindi