भारत-मध्य एशिया संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए अधिक 'संसाधन और प्रयास' आवश्यक: एस. जयशंकर

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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत और मध्य एशिया के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए अधिक संसाधनों और प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि चाबहार बंदरगाह के माध्यम से भारत की मध्य एशिया के साथ संपर्क बढ़ाने के प्रयासों पर चर्चा की गई है। चाबहार बंदरगाह भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत को मध्य एशियाई देशों के साथ सीधा संपर्क स्थापित करने का अवसर प्रदान करता है। जयशंकर ने कहा कि चाबहार बंदरगाह का विकास न केवल व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देगा बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और समृद्धि में भी योगदान देगा। उन्होंने यह भी बताया कि इसके माध्यम से भारत और मध्य एशिया के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा। चाबहार बंदरगाह का उपयोग भारत के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में किया जा सकता है जो पाकिस्तान से होकर गुजरने वाले पारंपरिक मार्गों पर निर्भरता को कम करेगा। इस पहल के माध्यम से, भारत मध्य एशिया के साथ आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को और अधिक गहरा करने की दिशा में अग्रसर है। जयशंकर ने इस बात पर बल दिया कि इन संबंधों को मजबूत करने के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण और समर्पित प्रयासों की आवश्यकता होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस दिशा में उठाए गए कदम भारत और मध्य एशिया के बीच सहयोग के नए आयाम खोलेंगे।

Authored by Next24 Hindi